दुनिया की बेहतरीन सेना में शामिल होएँ...
“एक भारतीय होने का गर्व करें”!
प्रथम विश्व युद्ध (१९१४ – १९१८ ) के दौरान मुख्यालय भर्ती क्षेत्र अस्तित्व मैं आया और भर्ती कार्यालय अजमेर द्वारा मध्य भारत मैं जगह – जगह जाकर भर्ती की जाती थी | आवश्यकता अनुसार प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इसे जोन (अपग्रेड ) अथवा क्षेत्रीय भर्ती कार्यालय ( डाउन ग्रेड ) में बदला गया | शुरुआत में मध्य भारत की रियासतों के विलय से मध्य प्रदेश राज्य बना और पुरुष जनसंख्यअ की भर्ती प्रणाली की शुरुआत की गई |
इसके लिए मध्य प्रदेश में एक अलग भर्ती जोन की जरूरत महसूस की गई | तदनुसार मुख्यालय भर्ती क्षेत्र जबलपुर का गठन जुलाई १९८४ को किया गया और मध्य प्रदेश में भर्ती की जिम्मेवारी सोंपी गई| छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों का मुख्यालय भर्ती जोन जबलपुर में रखा गया |
मुख्यालय भर्ती जोन जबलपुर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्यों से भर्तीय सेना मैं जूनियर कमीशन अधिकारी ( जे . सी . ओ ) और अन्य पद ( ओ . आर .) को भर्ती के जनादेश के साथ सौंपा गया है | यह इन राज्यों मैं भारती की योजनाओं , समन्वय और भर्ती रैलियों के आयोजन के लिए जिम्मेदार हैं | इसके अंतर्गत पांच सेना भर्ती कार्यालय बारी – बारी मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ मैं योग्य उमिद्वारों की भर्ती के लिए नागरिक प्रशासन की सहमती और सहयोग से निष्पक्ष और समान अवसर सुनिश्चित करते हुए भर्ती रैलियों का आयोजन करने हैं | निर्धारित शारीरिक , चिकित्सा और शिक्षा के मापदंड पर आधारित “सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार का चयन करना” हमारा धर्म है | हम भर्ती की बुनियादी बातों “ सूचना , सुविधा और सुरक्षा पर विश्वास करते हैं | मुख्यालय भर्ती क्षेत्र जबलपुर पारदर्शिता , निष्पक्ष चयन , उम्मीदवार अनुकूल भर्ती प्रक्रिया को प्राप्त करने के लिए सभी उपाय चलाता है और इस प्रक्रिया की विश्वसनीयता सुनिश्चित करता है | खुली भर्ती रैली आम जनता / मीडिया के सामने दो भर्ती टीमों द्वारा की जाती है , जिनमे प्रत्येक में एक निदेशक एवं चिकित्सीय अधिकारी होते हैं | स्थानीय सेना के मुख्यालय द्वारा स्वतंत्र अधिकारीयों को देख-रेख हेतु नियुक्त किया जाता है, ताकि निष्पक्ष और विश्वसनीय भर्ती प्रक्रिया हो | उम्मेदवार को भी लगातार भर्ती प्रक्रिया के हर चरण में उसके प्रदर्शन के बारे मैं अवगत करवाया जाता है | हम सभी को आश्वस्त करना चाहते हैं की यह चयन प्रणाली पूरी तरह से मेरिट पर आधारित और पारदर्शी है | इसमें किसी भी दलाल के लिए कोई जगह नहीं है | यह हमारे लिए लगातार छानबीन की समीक्षा करने , अभ्यास और प्रक्रियाओं को अद्यतन (अपग्रेड) करने से दलालों की नापाक गतिविधियों पर अंकुश लगाने और उनका उन्मूलन करने का प्रयास है |